Sabhyata ka Rahasya Rashtrabhasha
सभ्यता का रहस्य
Hello students I have shared Sabhyata ka Rahasya Rashtrabhasha सभ्यता का रहस्य Saransh, meaning and sentences in Hindi and English.
1. हिंदी में अर्थ लिखिए । (Write meaning in Hindi)
- वृत्तान्त – कहानी (Story)
- मुक़द्दमा – मामला, दावा (case, claim)
- कड़ी सज़ा – कठोर दंड (severe punishment)
- हुक्म – आज्ञा (orders)
- शर्मिंदा – लज्जा (ashamed)
- रिआयत – छूट, विशेष सुविधा (discount, special facility)
2. वाक्यों में प्रयोग कीजिए । (Use in Sentences)
- मुक़द्दमा – अदालत में मुक़द्दमा चल रहा है।
Case – The case is going on in the court
- कड़ी सज़ा – चोर को कड़ी सज़ा मिली
Severe punishment – The thief got severe punishment
- दिखाई देना – दिन में सब दिखाई देता है।
Visibility – Everything is visible in the day.
- चौंकना – पुलिस को देखकर चोर चौंक गया।
Shocked – The thief was shocked to see the police.
- याचना करना – हम भगवान से याचना करते हैं।
Praying – We pray to God.
3. गद्यांश पढ़कर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए । (Read the passage and answer the following questions.)
‘राय साहब ने दमड़ी को फँसे हुए देखा तो हमदर्दी के बदले कठोरता से काम लिया । बोले– यह मेरी बदनामी की बात है। तेरा क्या बिगड़ा ? साल – छ: महीने की सज़ा हो जाएगी। शर्मिन्दा तो मुझे होना पड़ रहा है। लोग तो यही कहते होंगे कि राय साहब के आदमी ऐसे बदमाश और चोर हैं। तू मेरा नौकर न होता, तो मैं हल्की सज़ा देता, लेकिन तू मेरा नौकर है, इसलिए कड़ी सजा दूंगा। मैं यह नहीं सुन सकता कि राय साहब ने अपने नौकर के साथ रिआयत की। यह कहकर राय साहब ने दमड़ी को छ: महीने की सख्त क़ैद का हुकुम सुना दिया। उसी दिन उन्होंने उस खून के मुकद्दमे में ज़मानत ले ली। “
When Rai Saheb saw Damdi trapped, instead of sympathy, he acted harshly. Said – This is a matter of my defamation. What’s wrong with you? Year-six months will be the punishment. I have to feel ashamed. People must be saying that Rai Saheb’s men are such scoundrels and thieves. If you were not my servant, I would have given mild punishment, but you are my servant, so I will give severe punishment. I cannot hear that Rai Sahib made concessions to his servant. Saying this, Rai Saheb ordered Damdi to undergo rigorous imprisonment for six months. On the same day he took bail in that blood case. ,
- राय साहब ने कठोरता से क्या कहा ?
- राय साहब ने कठोरता से कहा, यह मेरी बदनामी की बात है । तेरा क्या बिगड़ा? छे महीने की सज़ा हो जाएगी।
What did Rai sahib say harshly?
Rai Sahib said harshly, this is a matter of my defamation. What’s wrong with you? There will be a punishment of six months.
- राय साहब ने दमडी को क्या सज़ा दी ?
- राय साहब ने दमड़ी को छे महीने की सख्त कैद का हुकुम सुना दिया।
What punishment did Rai Saheb give to Damdi?
Rai Saheb ordered Damdi to undergo rigorous imprisonment for six months.
- किसने, कब खून के मुकद्दमे में जमानत ले ली ?
- जिस दिन राय साहब ने दमड़ी को सज़ा दी उसी दिन उन्होंने खून के मुक़द्दमे में जमानत ले ली।
Who took bail in the blood case, when?
The day Rai Saheb punished Damdi, on the same day he took bail in the blood case.
4. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक या दो वाक्यों में दीजिए । (Answer the following questions in one or two sentences)
1. लेखक के मन में कौन–सा प्रश्न उठ रहा था ?
लेखक के मन में यह प्रश्न हमेशा उठ रहा था कि सभ्य कौन है और असभ्य कौन है? सभ्यता का लक्षण क्या है ?
1. What question was arising in the mind of the writer?
The question was always arising in the mind of the author that who is civilized and who is uncivilized? What is the sign of civilization?
2. राय साहब ने अपनी नेकनीयती कैसे साबित की ?
राय साहब रिश्वत खुल्लम खुल्ला नहीं लेते थे ।लेकिन वे अपना भत्ता बढ़ाने के लिए बहुत दौरे पर रहते हैं।
2. How did Rai sahib prove his good intentions?
Rai sahib did not take bribe openly. But he tours a lot to supplement his allowance.
5. ‘सभ्यता का रहस्य” पाठ का सारांश लिखिए । “
Sabhyata ka Rahasya Rashtrabhasha Summary
‘सभ्यता का रहस्य‘ का लेखक उपन्यास सम्राट प्रेमचंद हैं। लेखक के मन में प्रश्न उठता है कि ‘सभ्य कौन है और असभ्य कौन है? सभ्यता का लक्षण क्या है ? इन प्रश्नों का उत्तर पाने के लिए वे बहुत चिंतन करते हैं। क्या किसी को बाहर से देखकर उनको सभ्य या असभ्य कह सकते हैं? इस संदर्भ में लेखक ‘राय रतनकिशोर‘ नामक आदमी की कहानी बताते हैं। राय किशोर बाहर से अत्यंत सभ्य दिखाई पड़ते हैं । वे रिश्वत तो नहीं लेते। लेकिन वे अधिक दौरे पर जाते हैं और यात्रा भत्ते के रूप में धन कमाते हैं।
The author of ‘The Secret of Civilization’ is the novel Samrat Premchand. The question arises in the mind of the writer that ‘who is civilized and who is uncivilized? What is the sign of civilization? They think a lot to get answers to these questions. Can we call someone civilized or uncivilized by looking at them from outside? In this context the author tells the story of a man named ‘Rai Ratankishore’. Rai Kishore looks very decent from outside. They don’t take bribe. But they tour more and earn money in the form of traveling allowance.
उनके घर में दमड़ी नामक एक नौकर काम कर रहा था। एक रात, दमड़ी के घर में कुछ मेहमान आ गए, इसलिएवहरातकामपरनहींआसका।नआनेकेलिएरायसाहबनेदमड़ीपरदोरुपयेकाजुर्मानालगाया।
A servant named Damdi was working in his house. One night, some guests came to Damdi’s house, so he could not come to work that night. Rai Saheb imposed a fine of two rupees on Damdi for not coming.
दमड़ी के पास कुछ ज़मीन थी। ज़मीन से जो मिलता था, वह उसके परिवार के पोषण के लिए पर्याप्त नहीं था। उसके पास दो बैल थे। वह चाहे तो मज़दूरी करके पैसा कमा सकता था, लेकिन किसान के लिए किसी के यहाँ जाकर मज़दूरी करना अपमान का विषय था; इसलिए उसने मज़दूरी नहीं की। बैल रखना किसान के लिए गौरव का विषय था, इसलिए अनेक परेशानियों के बीच में भी वह बैलों की रक्षा करता था ।
Damdi had some land. What he got from the land was not enough to feed his family. He had two bulls. If he wanted, he could have earned money by doing wages, but it was a matter of humiliation for the farmer to go to someone’s place and do wages; That’s why he didn’t work. Keeping bulls was a matter of pride for the farmer, so he used to protect the bulls even in the midst of many troubles.
Sabhyata ka Rahasya Rashtrabhasha saransh
इधर गरीब किसान, परम्पराओं से चली आ रही बातों का अनुपालन कितनी कठिनाइयों के बीच में भी निभाता है; राय साहब के बाप–दादा आदि ने दान–धर्म, पूजा पाठ आदि में मन लगाकर खर्च करते थे; लेकिन राय साहब ने, अपने पास बहुत धन होने पर भी दान–धर्म, पूजा पाठ आदि सब कुछ छोड़ दिया। तो लेखक सोचते हैं कि अनेक परेशानियों के बीच में भी अपनी परंपरा को निभानेवाला दमड़ी सभ्य है, या राय साहब सभ्य है ?
On the other hand, the poor farmer, in the midst of so many difficulties, follows the things that have been going on from the traditions; Rai Saheb’s father-grandfather etc. used to spend wholeheartedly in charity, worship etc.; But Rai Saheb, despite having a lot of money, gave up charity, religion, worship etc. So the author thinks that the Dumdi who follows his tradition even in the midst of many difficulties is civilised, or is Rai Saheb civilised?
शहर में एक रईस खून के मामले में फँस गया। उसकी जमानत लेने के लिए राय साहब की खुशामदें होने लगीं। राय साहब को प्रत्यक्ष रूप में रिश्वत लेने के लिए डर था । रईस की पत्नी राय साहब की पत्नी से मिलती है और मिन्नतें करती हैं। उनकी पत्नी रईस की पत्नी से रुपये ले लेती है और राय साहब के पास आकर बताती है। राय साहब उसे बहुत डाँटते हैं, लेकिन रुपये वापस देने के लिए नहीं कहते ।
A nobleman in the city got embroiled in a blood case. Rai Saheb was flattered to get his bail. Rai Saheb was afraid to take bribe directly. Raees’s wife meets Rai Saheb’s wife and pleads. His wife takes money from Rais’s wife and tells Rai Saheb. Rai sahib scolds him a lot, but does not ask him to return the money.
इस बीच एक दिन दमड़ी, अपने बैल के लिए, रातों रात किसी के खेत में जाकर चारा काटकर ले आता है। चारा लेकर आते समय वह सिपाही द्वारा पकड़ा जाता है। मामला राय साहब के सम्मुख आता है। राय साहब ने कठोरता से कहा, “यह तो मेरी बदनामी की बात है । तेरा क्या बिगड़ा ? छे महीने की सज़ा हो जाएगी ” और राय साहब ने दमड़ी को छे महीने की सख्त कैद का हुकुम सुना दिया । उसी दिन रईस की मुकद्दमे में खून के लिए जमानत मिल जाती है ।
Meanwhile, one day Damdi goes to someone’s farm overnight and brings fodder for his bull. While bringing the fodder, he is caught by the constable. The matter comes before Rai Saheb. Rai Saheb sternly said, “This is a matter of my defamation. What happened to you? You will be punished for six months” and Rai Saheb ordered Damdi to undergo six months rigorous imprisonment. On the same day Raees gets bail for the murder in the case.
अंत में लेखक कहते हैं, आप बुरे से बुरे काम करें, लेकिन उनपर पर्दा डाल सकते तो आप सभ्य हैं, अगर नहीं डाल सकते तो आप असभ्य और बदमाश है।
In the end the author says, you may do the worst of the worst, but you are civilized if you can cover them up, If you can’t cast then you are rude and scoundrel.
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