Gandhiji in South Africa Rashtrabhasha दक्षिण अफ्रीका में गाँधीजी

Gandhiji in South Africa Rashtrabhasha

दक्षिण अफ्रीका में गाँधीजी

Hello students I have shared Gandhiji in South Africa Rashtrabhasha दक्षिण अफ्रीका में गाँधीजी अभ्यास Saransh, meaning and sentences in Hindi and English.

I. हिंदी में अर्थ लिखिए (Write meaning in Hindi)

  1. इनकार करनामना करना, नकारना (to refuse)
  2. खिलाफ़विरुद्ध (Against)
  3. संघर्षटकराव, लड़ाई (Fight)
  4. जबरदस्तीमज़बूरन (Forcefully)
  5. झुकनाविनित होना, हार मानना ( to bow down)
  6. नींवमूल, बुनियाद, आधार (Foundation)
  7. आज़ादस्वतंत्र (Independent)
  8. साबितप्रमाणित (Prove)
  9. अधिकारहक (Rights)

॥. वाक्यों में प्रयोग कीजिए (Use in sentences)

  • लड़नागाँधीजी ने अपने देशवासियों की आज़ादी के लिए अहिंसा के पथ पर लड़ने का निर्णय किया ।

Fighting – Gandhiji decided to fight for the freedom of his countrymen on the path of non-violence.

  • इनकार करना  गाँधीजी ने तीसरी श्रेणीवाले डिब्बे में सफ़र करने से इनकार किया

Refuse – Gandhiji refused to travel in the third class compartment.

  • फैसलाअशोक ने कलिंग युद्ध के बाद अहिंसा का पालन करने का फैसला किया।

Decision – Ashoka decided to follow non-violence after the Kalinga war.

  • सामना करनाहर मनुष्य को जीवन में सुखदुख का सामना करना पड़ता है।

Facing – Every human being has to face happiness and sorrow in life.

  • साबितगाँधीजी ने साबित किया कि सत्य ही ईश्वर है ।

Proved – Gandhiji proved that Truth is God.

III. गद्यांश पढ़कर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए (Read the passage and answer the following questions)

गाँधीजी जहाज पर सवार होकर दक्षिण अफ्रिका के डरबन पहुँचे। यहाँ 7 जून 1893 को उन्होंने प्रीटोरिया के लिए रवाना हुए। गाँधीजी के पास पहली श्रेणी का टिकट था। लेकिन जब ट्रेन पीटरमारिस्ट्सबर्ग पहुँचने वाली थी तो उन्हें तीसरी श्रेणीवाले डिब्बे में जाने के लिए कहा गया। लेकिन गाँधीजी ने जाने से इनकार किया तो उन्हें जबरदस्ती से पीटरमारिस्ट्सबर्ग स्टेशन पर उतार दिया गया।

Gandhi boarded a ship and reached Durban, South Africa. Here he left for Pretoria on 7 June 1893. Gandhi had a first class ticket. But when the train was about to reach Pietermaristsburg, he was asked to move to a third class compartment.  But Gandhiji refused to go, so he was forcefully dropped off at Pietermaritzburg station.”

1. गाँधीजी कैसे डरबन पहुँचे ?

  • गाँधीजी जहाज़ से डरबन पहुँचे।

How did Gandhiji reach Durban?

Gandhiji reached Durban by ship.

2. गाँधीजी के पास कौनसी श्रेणी का टिकट था ?

  • गाँधीजी के पास पहली श्रेणीका टिकट था।

Which class of ticket did Gandhiji have?

Gandhiji had a first class ticket.

3. गाँधीजी को कौनसे डिब्बे में जाने के लिए कहा गया ?

  • गाँधीजी को तीसरी श्रेणीवाले डिब्बे में जाने के लिए कहा गया।

In which compartment was Gandhiji asked to go?

Gandhiji was asked to go to the third class compartment.

IV. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक या दो वाक्यों में दीजिए। (Answer the following questions in one or two sentences.)

1. गाँधीजी दक्षिण अफ्रिका कब गये ?

  • गाँधीजी सन् 1893 को दक्षिण अफ्रिका गये ।

When did Gandhiji go to South Africa?

Gandhiji went to South Africa in 1893.

2. गाँधीजी को रेल से किस स्टेशन पर उतार दिया गया था ?

  • गाँधीजी को रेल से पीटर्समारिट्सबर्ग स्टेशन पर उतार दिया गया था ।

At which station was Gandhiji dropped from the train?

Gandhiji was deboarded from the train at Pietermaritzburg station.

3. गाँधीजी कब से कब तक दक्षिण अफ्रिका में रहे ?

  • गाँधीजीसन् 1893 से सन् 1914 तक दक्षिण अफ्रिका में रहे।

For how long did Gandhiji stay in South Africa?

Gandhiji lived in South Africa from 1893 to 1914.

V. ‘दक्षिण अफ्रिका में गाँधीजीपाठ का सारांश लिखिए । 

Gandhiji in South Africa Rashtrabhasha Saransh

1893 में दक्षिण अफ्रिका के सेठ अब्दुल्ला ने मुकद्दमा लड़ने के लिए गाँधीजी को वहाँ बुलाया । जहाज़ से गाँधीजी डरबन पहुँचे। गाँधीजी ने पहली श्रेणी का टिकट लेकर प्रीटोरिया की ट्रेन पकड़ी। बीच में टी.टी ने उन्हें तीसरी श्रेणी के डिब्बे में जाने के लिए कहा। इनकार करने पर जबरदस्ती से उन्हें पीटरमारिट्सबर्ग स्टेशन पर उतार दिया गया।

In 1893, Seth Abdullah of South Africa called Gandhiji there to fight the case.  Gandhiji reached Durban by ship. Gandhiji took a first class ticket and took the train to Pretoria. In between TT asked them to go to third class compartment. On refusal, he was forcefully dropped at Pietermaritzburg station.

कड़कड़ाती ठंड में गाँधीजी स्टेशन के वेटिंग रूम में पहुँचे। उन्होंने निश्चय किया कि भारतीयों पर हो रहे इस अन्याय के खिलाफ़ संघर्ष करना चाहिए।इसी घटना ने सत्याग्रह का जन्म दिया तथा गाँधीजी को महात्मा बनाया।

In the bitter cold, Gandhiji reached the waiting room of the station. He decided to fight against this injustice being done to the Indians. This incident gave birth to Satyagraha and made Gandhiji a Mahatma.

दक्षिण आफ्रिका में गाँधीजी ने अंग्रेज़ी साम्राज्य में अपने देशवासियों के सम्मान के लिए सन् 1893 से 1914 तक लड़ते रहे। सन् 1915 को वे भारत लौटे। दक्षिण अफ्रिका में गाँधीजी नेसत्याग्रहअस्त्र का प्रयोग करके जीत हासिल की। उसी अस्त्र का प्रयोग भारत की स्वतंत्रता प्राप्ति के लिए भी उन्होंने किया ।

In South Africa, Gandhi fought for the honor of his countrymen in the British Empire from 1893 to 1914.  He returned to India in 1915.  In South Africa, Gandhiji won by using the ‘Satyagraha’ weapon.  He used the same weapon to get India’s independence.