Haar Ki Jeet
हार की जीत
Hello students I have shared Haar Ki Jeet हार की जीत in Hindi and English.
शब्द क्या कहते हैं
(What do the words say)
- अपाहिज – जिस आदमी के हाथ–पैर या शरीर का कोई अंग कमज़ोर हो
- Apahij: A person whose hands, feet, or any body part is weak
- कंगला – कंगाल, गरीब
- Kangala: Poor, destitute
- अस्तबल – घुड़साल, घोड़ों के रहने का स्थान
- Astabal: Stable, a place where horses live
- बाँका – वीर, सुंदर, तिरछा
- Banka: Brave, beautiful, slanted
- वायु–वेग – हवा के जैसी तेज़ी
- Vayu-veg: Speed like the wind
- मिथ्या – असत्य
- Mithya: False
- भ्रांति – भ्रम, गलतफहमी
- Bhranti: Delusion, misunderstanding
- अभिलाषा – इच्छा
- Abhilasha: Desire
- प्रयोजन – उद्देश्य
- Prayojan: Purpose
- व्यतीत – बीतना
- Vyateet: To pass, as in time
- नेकी – अच्छाई
- Neki: Goodness
- पाँव की चाप – पैरों की आवाज़
- Paanv ki chaap: Sound of footsteps
निम्नलिखित प्रश्नों का उत्तर लिखो (Answer the following questions)
1. अस्तबल में बाबा भारती के घोड़े को देखकर खड्गसिंह क्या सोचने लगा?
उत्तर – खड्गसिंह ने घोड़े को आश्चर्य से देखा। उसने हज़ारों घोड़े देखे थे, परंतु ऐसा बाँका घोड़ा उसकी आँखों से पहले कभी न गुज़रा था। सोचने लगा – “भाग्य की बात है। ऐसा घोड़ा खड्गसिंह के पास होना चाहिए था। इस साधु को ऐसी चीजों से क्या लाभ!”
1. What did Khadg Singh start thinking after seeing Baba Bharati’s horse in the stable?
Answer – Khadg Singh looked at the horse with surprise. He had seen thousands of horses, but he had never come across such a splendid horse before. He thought, “It’s a matter of luck. Such a horse should have belonged to Khadg Singh. What use does this hermit have for such things!”
2. बाबा भारती ने खड्गसिंह से यह क्यों कहा कि “इस घटना को किसी के सामने प्रकट न करना।”
उत्तर – ‘लोगों को यदि इस घटना का पता लग गया तो वे किसी दीन–दुखिया पर विश्वास न करेंगे।“
2. Why did Baba Bharati tell Khadg Singh not to reveal this incident to anyone?
Answer – “If people found out about this incident, they would never trust a poor and distressed person again.”
3. घोड़ा वापस मिलने पर बाबा भारती को कैसा लगा?
उत्तर – अब बाबा भारती आश्चर्य और प्रसन्नता से दौड़ते हुए अंदर घुसे और बड़े प्यार से घोड़े के गले से लिपटकर इस प्रकार रोने लगे मानो कोई पिता बहुत दिनों से बिछड़े हुए पुत्र से मिल रहा हो। बार–बार उसकी पीठ पर हाथ फेरते और बार–बार उसके मुँह पर थपकियाँ देते।
3. How did Baba Bharati feel when he got his horse back?
Answer – Baba Bharati rushed inside with surprise and joy and hugged the horse’s neck with great love, weeping as if a father was meeting his long-lost son. He kept stroking its back and patting its face repeatedly.