Gadyaansh padhakar prashnon ka uttar | गद्यांश पढ़कर प्रश्नों का उत्तर Madhyama

Gadyaansh padhakar prashnon ka uttar

निम्नलिखित गद्यांश पढ़कर प्रश्नों का उत्तर दीजिए

Answer the questions by reading the following passage.

I have shared Gadyaansh padhakar prashnon ka uttar / गद्यांश पढ़कर प्रश्नों का उत्तर in Hindi and English for Madhyama Paper – 1.

पाठ-1 चालीस करोड़ कुरते कहाँ से (chaalees karod kurte kahaan se)

गाँधीजी को बच्चों के साथ हँसने, खेलने में बड़ा आनंद आता था। एक बार में एक प्रारंभिक विद्यालयों में गए। उन्होंने बालको से विनोद करना आरंभ किया। दूर बैठा हुआ एक छोटा विद्यार्थी बीच में कुछ बोल उठा। इसपर शिक्षक ने उसे घूर कर देखा, तो बालक सहमकर चुप हो गया। गाँधीजी यह सब देख रहे थे। वह उस बालक के पास जाकर खड़े हो गए। बोले-” बेटा तू मुझसे कुछ कहना चाहता था न? बोल, क्या कहना है ? घबराना मत।”

1.गाँधीजी कहाँ गए ?

गाँधीजी एक प्रारंभिक विद्यालय में गए।

2. शिक्षक ने बालक को क्यों घूर कर देखा?

बालक बीच में कुछ बोल उठा। इसलिए शिक्षक ने घूरकर देखा।

3.गाँधीजी बालक से क्या बोले?

गाँधीजी बोले -“बेटा तू मुझसे कुछ कहना चाहता था न ।बोल क्या कहना है ?घबराना मत।”

Chapter-1 Forty million Kurtas from where.

Gandhi used to enjoy laughing, playing with children. One day he went to elementary schools. He started being humourous with children. A small student sitting away said something in between. The teacher stared at him, and the child became silent. Gandhiji was watching all this. He stood near that child. He said – “Son, you wanted to say something to me, don’t you? Say, don’t panic.”

1. Where did Gandhiji go?

Gandhiji went to an elementary school.

2. Why did the teacher stare at the student?

The child said something in between. Therefore the teacher stared.

3. What did Gandhiji say to the child?

Gandhiji said – “Son, you wanted to say something to me, don’t you? Say, don’t panic.”

पाठ-2 दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा (dakshin bharat hindi prachar sabha)

आपने दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा का नाम सुना होगा। दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा एक राष्ट्रीय महत्व संस्था है।इस संस्था के द्वारा संचालित विभिन्न परीक्षाओं में प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में छात्र भाग लेते हैं। इसकी शाखाएँ दक्षिण के चारों प्रांतों में- आंध्र, कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु में है। दिल्ली मैं भी इसकी शाखा है।इन शाखाओं का प्रधान कार्याल चेन्नई में स्थित है। यह कार्यालय केंद्र सभा के नाम से भी जाना जाता है।

1. सभा की परीक्षाओं में प्रतिवर्ष कितने छात्र भाग लेते हैं?

सभा की परीक्षाओं में प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में छात्र भाग लेते हैं।

2. सभा की शाखाएँ किन किन प्रांतों में है?

सभा की शाखाएं दक्षिण के चारों प्रांतों- आंध्र वे तेलंगाना, कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु में है।

3. सभा के प्रधान कार्यालय कहाँ स्थित है?

सभा का प्रधान कार्यालय चेन्नई में स्थित है।

Chapter-2 South India Hindi Prachar Sabha

You heard the name of South India Hindi Prachar Sabha. South India Hindi Prachar Sabha is a national importance institution, lakhs of students participate every year in various examinations conducted by this institution. It has branches in the four southern provinces – Andhra, Karnataka, Kerala and Tamil Nadu. It also has its branch in Delhi. The main office of these branches is located in Chennai. This office is also known as Kendra Sabha.

1. How many students take part in the examinations every year?

Millions of students take part in the examinations every year.

2. In which provinces are the branches of the assembly?

The assembly has branches in the four southern provinces of Andhra and Telangana, Karnataka, Kerala and Tamil Nadu.

3. Where is the Head Office of the House located?

The head office is located in Chennai.

निम्नलिखित गद्यांश पढ़कर प्रश्नों का उत्तर दीजिए

पाठ-3 बिना जड़ का पेड़ (bina jad ka ped)

रात भर दोनों संदूक की रखवाली करते रहे। रात काटनी थी इसलिए किस्सा-कहानी भी चलती रही। बातचीत के क्रम में गोनूझा ने कहा,’ भाई कुछ दिन पूर्व मुझे एक व्यापारी मिला था,उसने भी यही कहा था कि बिना बीज पानी के पेड़ उगता हूँ। पेड़ों में भाँति भाँति के फूल खिलते हैं।

1. रातभर संदूक की रखवाली कौन करते रहे?

रातभर संदूक की रखवाली व्यापारी और गोनूझा दोनों करते रहे।

2. गोनूझा से कौन मिला था?

गोनूझा से एक व्यापारी मिला था।

3. पेड़ों में कैसे-कैसे फूल खिलते हैं?

पेड़ों में भाँति भाँति के फूल खिलते हैं।

Chapter-3 Rootless tree

Throughout the night both of them kept guarding chest. The night had to be passed, so the story continued. In the course of the conversation, Gonuja said, ‘Brother, a few days ago, I found a businessman, he also said that- ‘I grow trees without watering seeds’. Different types of flowers bloom in trees

1. Who kept guarding the chest overnight?

Throughout the night, both the merchant and Gonuja kept guarding the chest.

2. Who met Gonuja?

A merchant met Gonujha.

3. What type of flowers bloom in trees?

Different types of flower bloom in tress

पाठ-4 मेरी कहानी अपनी जुबानी (meree kahaanee, apanee jubaanee)

दोस्तों,मेरे मन की एक बात आपसे कहूँ, मुझे बहुत पीड़ा होती है जब प्लास्टिक की पन्नीयों में मुझे छापा जाता है।प्लास्टिक पर्यावरण को भी नुकसान पहुँचाता है। यहाँ वहाँ कूड़े के ढेरों में कई दिनों तक पड़े रहना मुझे खेद पहुँचाता है। इससे हमारे प्यारे देश का अपमान भी होता है।मुझे पूरा विश्वास है आप सब विभिन्न क्षेत्रों में श्रेष्ठ काम करेंगे और मैं विश्व के सर्वोच्च शिखर पर लहरकर भारत का सम्मान बढ़ाऊँगा।

1. तिरंगे को किस पर छापा जा रहा है?

तिरंगे को प्लास्टिक की पन्नियों पर छापा जा रहा है।

2. झंडा परोक्ष रूप से हमें क्या करने का संदेश दे रहा है?

झंडा परोक्ष रूप से हमें प्लास्टिक से भारत को बचाने का संदेश दे रहा है।

3. प्लास्टिक का प्रयोग किस से नुकसान पहुँचाता है?

प्लास्टिक का प्रयोग पर्यावरण को नुकसान पहुँचाता है।

Gadyaansh padhakar prashnon ka uttar

Chapter – 4: My story My words

Friends, let me tell you one thing on my mind, I feel very sad when I am printed in plastic pages. Plastic also damages the environment. It makes me regret to stay here for several days in a pile of garbage. It also insults our beloved country. I am confident that you will all do excellent work in various fields and I will increase India’s honor by wavering at the highest peak of the world.

1. What is the tricolor being printed on?

The tricolor is being printed on plastic pages.

2. What is the flag indirectly conveying to us?

The flag is indirectly giving us the message of saving India from plastic.

3. What the use of plastic affects?

The use of plastic damages the environment.

पाठ-5 डॉक्टर अब्दुल कलाम (Dr. A.P.J. Abdul Kalam)

मेरे शिक्षकों ने मुझे इतना ऊँचा उठा दिया कि उनके कारण ही मैं आज बुलंदियों को छू रहा हूँ। हमारे जीवन में हमें शिखर पर लाने वाले तीन व्यक्ति ही होते हैं।वे हैं माता, पिता और गुरु। ये तीनों ही हमारे मन में सर्वोत्तम विचार और चरित्र का बीजारोपण कर सकते हैं।

1.किसने अब्दुल कलाम कौ ऊँचा उठाया?

शिक्षकों ने अब्दुल कलाम कौ ऊँचा चा उठाया।

2. हमें शिखर पर लाने वाले कौन-कौन होते हैं?

हमें शिखर पर लाने वाले माता-पिता और गुरु होते हैं।

3. माता पिता और गुरु का कर्तव्य क्या है?

माता पिता और गुरु हमारे मन में सर्वोत्तम विचार और चरित्र का बीजारोपण कर सकते हैं।

Chapter – 5 Dr. Abdul Kalam

My teachers have raised me so high that it is because of them that I am touching the highs today. There are only three people who bring us to the top in our life. They are Mother, Father and Guru.
Only these three can sow the best idea and character in our mind.

1. Who raised Abdul Kalam to such heights?

Teachers raised Abdul Kalam to such hights.

2. Who are the people who bring us to the summit?

They are mother, father and teacher who bring us to the summit.

3. What is the duty of parents and guru?

Parents and gurus can plant the best ideas and character in our mind.

These Gadyaansh padhakar prashnon ka uttar / गद्यांश पढ़कर प्रश्नों का उत्तर is enough to learn for Madhyama Paper – 1.

Parichaya Notes