Prashnon ke uttar paanch paanch vaakya
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर पाँच पाँच वाक्य में दीजिए
Answer the following questions in five sentences.
I have shared Prashnon ke Uttar Paanch Vaakya / निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर पाँच पाँच वाक्य में दीजिए in Hindi and English for Madhyama Paper – 1.
पाठ -1 चालीस करोड़ कुर्ते कहाँ से (chaalees karod kurte kahaan se)
1. बालक सहमकर क्यों चुप हो गया?
एक बार गाँधीजी एक प्रारंभिक विद्यालय में गए।
उन्होंने बालको से विनोद करना आरंभ किया।
दूर बैठा हुआ एक छोटा विद्यार्थी बीच में कुछ बोल उठा।
इस पर शिक्षक ने उसे घूर कर देखा।
इससे बालक सहमकर चुप हो गया।
2.गाँधीजी बालक को क्या समझाया?
गाँधीजी ने बालक के सामने एक शर्त रखी।
उन्होंने बालक को समझाया कि मेरे 40 करोड भाई-बंधु हैं।
यदि उन सबके शरीर कुर्ते से ढकें तो मैं भी कुर्ता पहन सकता हूँ।
तुम्हारी माँ 40 करोड कुर्ते सीकर देगी?
इस प्रकार गाँधीजी ने बालक को समझाया कि वे देश के शुभचिंतक हैं।
Chapter – 1 Forty million Kurtas from where
1. Why did the child become silent after being scared?
Once Gandhiji went to an elementary school.
He began to humor children.
A small student sitting away said something in between.
The teacher stared at him.
Due to this, the child became silent after being scared.
2.What did Gandhiji explain to the child?
Gandhiji placed a condition in front of the child.
He explained to the child that he has 40 crore brothers.
If all their bodies are covered with kurtas, then he can also wear kurta.
Your mother will give 40 crores kurtas after stiching?
Thus Gandhi explained to the child that he is the well wisher of the country.
पाठ-2 दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा (dakshin bharat hindi prachar sabha)
1.दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा के बारे में पाँच वाक्य लिखिए?
दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा एक राष्ट्रीय महत्व की संस्था है।
इसकी शाखाएँ दक्षिण के चारों प्रांतों में है।
इन शाखाओं का प्रधान कार्यालय चेन्नई में स्थित है।
गाँधीजी ने इस संस्था की स्थापना सन 1918 में चेन्नई में की।
यह संस्था गाँधीजी के सपनों को साकार करती आ रही है।
2. दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा की पत्र-पत्रिकाओं का उल्लेख कीजिए।
दक्षिण की चारों प्रांतीय शाखाएँ हिंदी के साथ अपनी अपनी प्रांतीय भाषाओं में पत्र पत्रिकाएँ प्रकाशित करती आ रही हैं।
आँध्र शाखा से स्रवंती,कर्नाटक शाखा से भारत वाणी, केरल शाखा से केरल भारती और तमिलनाडु से हिंदी पत्रिका निकल रही हैं।
केंद्र सभा से हिंदी प्रचार समाचार एवं दक्षिण भारत प्रकाशित हो रही हैं।
इन पत्रिकाओं से आम जनता और प्रचारक लाभान्वित होते हैं।
Lesson-2 South India Hindi Prachar Sabha
1.Write five sentences about South India Hindi Prachar Sabha?
South India Hindi Prachar Sabha is an institution of national importance.
It has branches in all the four provinces of the south.
The head office of these branches is located in Chennai.
Gandhiji established this institution in Chennai in 1918.
This institution has been realizing Gandhi’s dreams.
2. Mention the journals and magazines of South India Hindi Prachar Sabha.
All the four provincial branches of the south have been publishing journals along with Hindi in their respective provincial languages. Sravanti from Andhra branch, Bharat Vani from Karnataka branch, Kerala Bharti from Kerala branch and Hindi magazine are coming out from Tamil Nadu.
Hindi publicity news and South India are being published from Kendra Sabha.
The general public and campaigners benefit from these magazines.
पाठ-3 बिना जड़ का पेड़ (bina jad ka ped)
1. राजा के दरबार में कौन आया, क्या लेकर आया और उसने क्या चुनौती दी?
राजा के दरबार में एक व्यापारी संदूक लेकर आया।
उसने गर्व से कहा कि वह बिना बीज एवं पानी के पेड़ उगा सकता है।
उसकी चुनौती यह थी कि अगर कोई उसके संदूक में रखी हुई चीज को पहचानेगा तो वह दरबार से नौकरी करने के लिए तैयार रहेगा।
2. गोनूझा संदूक के रहस्य को कैसे समझ गये?
व्यापारी की चुनौती को गोनूझा स्वीकारता है।
पर यह शर्त रखता है कि एक रात का पूरा समय व्यापारी को अपने संदूक के साथ गोनूझा के यहाँ ठहरना है।
रातों-गत गोनूझा ने यह पता लगा लिया कि व्यापारी के द्वारा उगाए जाने वाले पेड़ रात को ही अच्छा रहेगा और उसमें रंग बिरंगे फूल भी खिलेंगे।
वह आतशबाजी के अलावा कुछ नहीं हो सकता।
इस प्रकार गोनूझा को संदूक का रहस्य समझ में आ गया।
Lesson-3 Rootless tree
1. Who came to the king’s court, what did he bring, and what did he challenge?
A merchant brought the box to the king’s court.
He proudly said that he could grow trees without seeds and water.
His challenge was that if someone would recognize what was kept in his chest, he would be ready to work for the court.
2. How did Gonuja understand the mystery of the box?
Gonujha accepts the trader’s challenge, but stipulates that the trader has to stay at Gonujha’s house with his chest full time for one night.
Over night, Gonujha discovered that the tree grown by the merchant would be good at night and colorful flowers would also bloom in it. It can be nothing but firework.
Thus, Gonujha understood the secret of the box.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर पाँच पाँच वाक्य में दीजिए
पाठ-4 मेरी कहानी, अपनी जु़बानी (meree kahaanee, apanee jubaanee)
1.केसरिया रंग का अर्थ एवं महत्व बताइए।
राष्ट्र भक्तों के बलिदान के बिना हम आजाद नहीं होते।
हजारों जवान के त्यागमय जीवन के कारण आज हम स्वतंत्र हुए हैं।
जो अपने कर्तव्य को निभाता है वही सच्चा देशभक्त है।
सीमा पर गोली खाने वाला जवान देशभक्त है।
केसरिया रंग अपने राष्ट्र के प्रति ऐसी भावना को प्रकट करता है।
अतः वह त्याग और बलिदान का द्योतक है।
2. राष्ट्रीय झंडे के महत्व को अपने शब्दों में लिखिए।
तिरंगा हमारा प्यारा राष्ट्रीय झंडा है।
इस तिरंगे झंडे का केसरिया रंग शीश है, सफेद रंग ह्रदय है तो हरा रंग भारतीयों के दर्शन एवं भावनाओं का प्रतिबिंब है।
बीच के नीले रंग का चक्र धर्म चक्र कहलाता है और यह समय के महत्व का प्रतीक है।
Lesson- 4 My Story My words
1. Explain the meaning and importance of saffron color.
We would not have been free without the sacrifice of the devotees of the nation.
We have become independent today because of the solicited life of thousands of soldiers.
He who performs his duty is a true patriot.
The young man who is shot at the border is a patriot.
Saffron color reflects such a feeling towards its nation.
Therefore, it signifies sacrifice and sacrifice.
2. Write in your own words the importance of the national flag.
The tricolor is our beloved national flag.
The saffron color of this tricolor flag is head, the white color is the heart and the green color is a reflection of the philosophy and feelings of the recruits.
The blue circle in the middle is called the Dharma Chakra and it symbolizes the importance of time.
पाठ-5 डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम (Dr. A.P.J. Abdul Kalam)
1. डॉक्टर अब्दुल कलाम के व्यक्तिगत जीवन के बारे में पाँच वाक्य लिखिए।
डॉक्टर अब्दुल कलाम का व्यक्तिगत जीवन कठिन परिश्रम करते हुए बिता।
वे साधारण परिवार के थे।
वे प्रतिदिन 18 घंटे काम करते थे।
स्कूली शिक्षा पूरी करके उन्होंने मद्रास इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की।
उसके बाद इसरो में रॉकेट इंजीनियरिंग का कोर्स किया।
2. अध्यापक ने बच्चों को “चिड़िया का पाठ” कैसे समझाया?
अध्यापक श्री शिवसुब्रमण्यम अय्यर करीब 45 मिनट तक चिड़िया का पाठ समझाते रहे।
तीन बच्चे समझ नहीं सके।
इसलिए अध्यापक ने तीनों बच्चों को अपने घर बुलाया।
उन्हे समुद्री तट पर ले गए।
चिड़िया की और इशारा करके उन्होंने बच्चों को समझाया कि चिड़िया में जीवन होता है।
3. अब्दुल कलाम के जीवन में माता-पिता और गुरु का क्या स्थान रहा?
अब्दुल कलाम के जीवन में माता-पिता और गुरु का सर्वोच्च स्थान रहा।
हमारे जीवन में हमें शिखर पर लाने वाले तीन व्यक्ति होते हैं।
वे हैं माता पिता और गुरु।
वे तीनों ही हमारे मन में सर्वोत्तम विचार और चरित्र का बीजारोपण कर सकते हैं।
शिक्षकों के कारण उनके सपने साकार होने का मनोबल मिला।
Prashnon ke uttar paanch paanch vaakya
Lesson-5 Dr. A.P.J. Abdul Kalam
1. Write five sentences about the personal life of Dr. Abdul Kalam.
Dr. Abdul Kalam’s personal life was spent working hard.
He belonged to an ordinary family.
He used to work for 18 hours per day.
After completing his schooling, he got an engineering degree from Madras Institute of Technology.
After that he did a rocket engineering course at ISRO.
2. How did the teacher explain the bird lesson to the children?
Teacher Shri Shivasubramanian Iyer continued to explain the recitation of the bird for about 45 minutes.
Three children could not understand.
So the teacher called the three children to his house.
Took them to the beach.
By pointing to the bird, he explained to the children that the bird has life.
3. What was the place of parents and guru in Abdul Kalam’s life?
In the life of Abdul Kalam, parents and Guru were the highest.
There are three people who brought us to the top in our life.
They are parents and gurus.
All three of them can plant the best idea and character in our mind.
The teachers helped him to make dreams come true.
These Prashnon ke Uttar Paanch Vaakya / प्रश्नों के उत्तर पाँच पाँच वाक्य में दीजिए is enough to learn for Madhyama Paper – 1.