Dadi ka Radio – दादी का रेडियो

Dadi ka Radio

दादी का रेडियो

Hello students I have shared Dadi ka Radio –  दादी का रेडियो  in Hindi and English.

दादी का रेडियो – Dadi ka Radio

रोहित अपने माता-पिता के साथ चंडीगढ़ में रहता था। घर में उसकी बड़ी बहन और दादी भी थीं। बूढ़ी होने के कारण दादी कहीं जा-आ नहीं पाती थीं। रोहित को अपनी दादी से बहुत प्यार था। दादी उसे नई-नई कहानियाँ सुनाती थीं।

रोहित दादी को अपने स्कूल और मोहल्ले की बातें बताता। वह दादी को रेडियो और टेलीविज़न पर सुने समाचार भी सुनाता। इसलिए सब उसे ‘दादी का रेडियो’ कहते थे। रोहित को छोड़कर घर में कोई भी दादी की बात नहीं सुनता था। दादी कभी किसी को कुछ नहीं कहती थीं। रोहित को दादी की इस दशा पर बहुत दुख होता।

दादी अपना दुख किसी को नहीं बताती थीं। लेकिन रोहित उनका चेहरा देखकर भाँप जाता कि दादी दुखी हैं। उसकी बहन उसे ‘दादी का चमचा’ कहकर चिढ़ाती । रोहित भावुक होने के साथ-साथ पढ़ाई-लिखाई में भी बहुत अच्छा था। वह कक्षा में हमेशा प्रथम आता था। खेल-कूद तथा अन्य गतिविधियों में भी वह आगे रहता था। एक बार परीक्षा में उसके अच्छे अंक नहीं आए। उसके पिता ने उसे कुछ नहीं कहा बल्कि रोहित के कम अंकों के लिए दादी को ही ज़िम्मेदार ठहराया। दादी चुपचाप अपने कमरे में चली गईं। उन्हें इस बात से बहुत दुख हुआ।

उन्होंने कहा, “माँ, आपके लाड़-प्यार ने इसे बिगाड़ दिया है। सारा दिन खेल-कूद में लगा रहता है।” रोहित भी यह सब देख रहा था। उसे अपने पिता का यह व्यवहार सही नहीं लगा। वह भी चुपचाप अपने कमरे में चला गया और फूट-फूटकर रोने लगा। उसका रोना सुनकर उसके माता-पिता हड़बड़ा उठे। उसके पिता ने बिजली का बटन दबाया। कमरे में प्रकाश फैल गया। रोहित सहम गया। उसने अपने पास रखी कॉपी को कसकर पकड़ लिया। उसके पिता ने उसके हाथ से कॉपी ले ली।

कॉपी खोलते ही उनकी आँखें पहले ही पृष्ठ पर टिक गईं। वे उस पृष्ठ पर लिखे शब्दों से अपनी आँखें नहीं हटा पा रहे थे। रोहित ने लिखा था- “माता-पिता जब बूढ़े हो जाते हैं तो वे अपनी संतान के किसी काम नहीं आते। संतान अपने बूढ़े माता-पिता से बुरा व्यवहार करती है। मेरे माता-पिता का मेरी दादी के साथ अच्छा व्यवहार नहीं है। मुझे बहुत दुख है कि मैं अपनी दादी के लिए कुछ नहीं कर पाता। जब मैं बड़ा हो जाऊँगा तब अपने माता-पिता को पूरा सम्मान दूँगा।”

रोहित के ये शब्द पढ़कर उसके माता-पिता की आँखों से पश्चाताप के आँसू बहने लगे। उन्होंने प्यार से थपकी देकर रोहित को सुला दिया। सुबह जब रोहित की नींद खुली तो सूरज निकल चुका था। वह उठकर अपनी दादी के पास पहुँचा तो उसे अपनी आँखों और कानों पर विश्वास नहीं हुआ। उसके माता-पिता पहली रात की घटना के लिए दादी से क्षमा माँग रहे थे। यह दृश्य देखकर रोहित वापस जाने लगा तो उसके पिता ने पुकारा – “दादी का रेडियो!” वह भागकर दादी के गले लग गया।

Grandma’s Radio

Rohit lived in Chandigarh with his parents. He also had an older sister and a grandmother at home. Because she was old, Grandma couldn’t go out much. Rohit loved his grandma very much. She used to tell him all sorts of new stories.

Rohit would share stories about his school and neighborhood with his grandma. He also told her about the news he heard on the radio and TV. That’s why everyone called him “Grandma’s Radio.” No one else in the house really listened to Grandma, which made Rohit very sad.

Grandma never shared her sadness with anyone, but Rohit could tell just by looking at her face that she was unhappy. His sister teased him by calling him “Grandma’s favorite.” Besides being sensitive, Rohit was also excellent in his studies. He always topped his class and was active in sports and other activities.

Once, Rohit didn’t do well in an exam. His father didn’t say anything to him but blamed Grandma for his low scores. Grandma silently went to her room, deeply hurt.

His father said, “Mother, your pampering has spoiled him. He spends all his time playing.” Rohit saw all this and didn’t think his father’s behavior was fair. He went to his room quietly and began to cry. Hearing him cry, his parents rushed in. His father turned on the light. Rohit was startled and clutched his notebook tightly. His father took the notebook from him.

As soon as he opened the notebook, his parents were struck by the words on the first page. They couldn’t take their eyes off it. Rohit had written: “When parents grow old, they become useless to their children. Children treat their elderly parents poorly. My parents do not treat my grandma well. It hurts me that I can’t do anything for her. When I grow up, I will treat my parents with respect.”

Reading these words, tears of regret started flowing from his parents’ eyes. They tucked Rohit into bed lovingly. The next morning, when Rohit woke up, the sun was already up. He went to his grandma and couldn’t believe his eyes or ears when he saw his parents apologizing to Grandma for their behavior the previous night. Watching this scene, Rohit started to leave when his father called out, “Grandma’s Radio!” He ran and hugged his grandma.