Reedh Ki Haddi Rashtrabhasha रीढ़ की हड्डी

Reedh Ki Haddi Rashtrabhasha

रीढ़ की हड्डी

Hello students I have shared Reedh Ki Haddi Rashtrabhasha रीढ़ की हड्डी अभ्यास in Hindi and English.


I. ‘रीढ़ की हड्डीएकांकी का सारांश लिखिए।I (Reedh Ki Haddi ekanki saransh)

रीढ़ की हड्डी एकांकी का लेखक जगदीश चंद्र माथुर जी हैं। यह एकांकी शादी ब्याह तय करने से पहलेलड़की देखने कीप्रथा पर आधारित है । लेखक ने इस एकांकी के माध्यम से कहा है कि हम चाहे कितने भी पढ़ेलिखे हों कितने भी आधुनिक क्यों न हो, महिलाओं के प्रति हमारी सोच नहीं बदली है। लेखक ने स्त्रीशिक्षा के महत्व को भी समझाया है ।

Jagdish Chandra Mathur is the author of Reedh Ki Haddi. This one-act play is based on the practice of ‘seeing the girl’ before fixing the marriage. The author says no matter how educated we are, how modern we are, our thinking towards women has not changed. The author has also explained the importance of women’s education.

उमा को देखने के लिए गोपालप्रसाद और उनका लड़का शंकर आनेवाले हैं। उमा के पिता रामस्वरूप एवं उनका नौकर कमरे को सजाते हैं। नाश्ता आदि भी तैयार किया जा रहा है। उमा कॉलेज तक पढ़ी हुई है परंतु लड़केवालों को कम पढ़ीलिखी लड़की ही चाहिए। इसलिए रामस्वरूप बताते हैं कि उमा दसवीं तक ही पढ़ी है । इस दौरान गोपालप्रसाद एवं शंकर आते हैं औरबिजेनेसयानी ब्याह के बारे में बात करते हैं।

Gopalprasad and his son Shankar are about to come to see Uma. Uma’s father Ramswaroop and his servant decorate the room. Breakfast etc. is also being prepared. Uma is college educated but the boys want a less educated girl. That’s why Ramswaroop tells that Uma has studied only till tenth standard. During this, Gopalprasad and Shankar come and talk about ‘business’ i.e. marriage.

उमा पढ़ीलिखी है। सीधीसादी लड़की हैफैशन के नाम पर पाउडर मैकअप करके अपनी सुंदरता को बढ़ाना नहीं चाहती। उमा पान की तश्तरी लेकर रामस्वरूप और शंकर के सामने आती है । गोपालप्रसाद चश्मे पहने उमा को देखकर चौंकते हैं। क्योंकि उनके विचार में पढ़ीलिखी लड़कियाँ ही चश्मा पहनती हैं।

Uma is educated.  Simple girl – doesn’t want to enhance her beauty with powdery make-up in the name of fashion.  Uma comes in front of Ramswaroop and Shankar with a plate of paan.  Gopalprasad is shocked to see Uma wearing glasses.  Because in his view only educated girls wear glasses.

रामस्वरूप द्वारा उमा के चश्मा लगाने की वजह को स्पष्ट कर देने से संतुष्ट हो जाते है । उमा को गाने के लिए मज़बूर करते हैं। उमा सितार उठाकर गीत सुनाते समय शंकर को देखती है । गाना आधी में समाप्त कर देती है। गोपालप्रसाद उसकी पेंटिंगसिलाई के बारे में पूछते हैं। इसका उत्तर खुद रामस्वरूप देते हैं। इनाम जीतने के बारे में उमा से पूछते हैं, और उमा के मुँह से उत्तर पाने की आशा प्रकट करते हैं। उमा ऊँची आवाज़ में कहती है कि जब कुर्सी मेज़ बेची जाती है, तब दूकानदार मेज़ कुर्सी से कुछ नहीं पूछता है, सिर्फ़ खरीददार को दिखा देता है। गोपालप्रसाद क्रोधित होकर डाँटते हैं। उमा का आत्मसम्मान जाग उठता है और कहती है– “इतनी देर से आप मेरी नापतौल कर रहे हैं, इसमें मेरी बेइज्जती नहीं होती ?” उमा सच्चाई को सबके सामने प्रकट करती है। पिछले साल में शंकर के लड़कियों के हास्टल के पास घूमने फिरने और भगाये जाने की राज़ खोलती है। गोपालप्रसाद गुस्से में आकर उमा की कालेज की पढ़ाई के बारे में पूछते हैं तो उत्तर देती है किहाँ मैंने बी.. तक पढ़ी है। कोई चोरी नहीं की। आगे उमा, गोपालप्रसाद से कहती है, “घर जाकर अपने लड़के से पूछिए कि उनकीरीढ़ की हड्डी है कि नहीं। इस एकांकी में उमा, संपूर्ण स्त्री जाति की प्रतिनिधि बनकर आयी है।

They are satisfied when Ramswaroop explains the reason behind Uma’s wearing spectacles.  forces Uma to sing.  Uma picks up the sitar and looks at Shankar while reciting the song.  The song ends in half.  Gopalprasad asks about his painting-stitching.  Ramswaroop himself gives the answer to this.  Asks Uma about winning the prize, and expresses hope for an answer from Uma’s mouth.  Uma says in a loud voice that when the chair and table are sold, the shopkeeper does not ask anything about the table and chair, only shows it to the buyer.  Gopalprasad gets angry and scolds.  Uma’s self-esteem wakes up and says- “For so long you have been measuring me, isn’t it insulting me?”  Uma reveals the truth to everyone.  She reveals the secret of Shankar roaming around the girls’ hostels and being chased away in the last year.  Gopalprasad gets angry and asks about Uma’s college studies, then she replies that “yes I have studied till BA”.  I have not done anything wrong.  Next, Uma tells Gopalprasad, “Go home and ask your boy whether he has a backbone or not”. In this one act play, Uma has come as the representative of the entire female community .

II. निम्नलिखित पात्रों का परिचय दीजिए (Introduce the following characters)

1. गोपालप्रसाद  Gopal Prasad

गोपालप्रसादरीढ़ की हड्डीएकांकी के एक प्रमुख पात्र हैं। वे अपना पुत्र शंकर के लिए कम पढ़ीलिखी लड़की की तलाश में रहते हैं। वे वकील हैं और उन्हें अपने पेशे का गर्व भी है। शिक्षा का महत्व जानते हैं लेकिन रूढ़िवादी विचारवाले व्यक्ति हैं। इसलिए अपने बेटे शंकर का विवाह कम पढ़ीलिखी लड़की से करना चाहते हैं।

Gopal Prasad is a major character in the one-act play ‘Reedh Ki Haddi’.  They are looking for a less educated girl for their son Shankar.  He is a lawyer and takes pride in his profession.  Knows the importance of education but is a conservative minded person.  That’s why he wants to marry his son Shankar to a less educated girl.

वे एक चतुर व्यक्ति हैं। इसलिए चरित्रहीन पुत्र का विवाह कम पढ़ीलिखी लड़की से करना चाहते हैं ताकि विवाह के बाद लड़के के प्रति लड़की अपनी आवाज़ न उठाए ।

He is a clever person.  That’s why they want to marry a characterless son to a less educated girl so that after marriage the girl does not raise her voice towards the boy.

जब वे उमा को चश्मा पहने देखते हैं, शंका करते हैं कि शायद उमा पढ़ीलिखी हो । रामस्वरूप जब चश्मा पहनने की वजह बताते हैं तो संतुष्ट हो जाते हैं ।

When he sees Uma wearing spectacles, he suspects that Uma might be educated.  When Ramswaroop explains the reason for wearing spectacles, he gets satisfied.

अंत में जब उमा के मुँह से शंकर के चरित्र के बारे में जानकारी उन्हें मिलती है तब बेटे का समर्थन करते हुए उमा पर अपना क्रोध उतार देते हैं। शंकर की कमी को स्वीकार करने के लिए वे तैयार नहीं हैं, अपितु रामस्वरूप से बेइज़्ज़ती की शिकायत करते हैं। इस तरह गोपालप्रसाद को बड़बोलेलालची और स्त्रीपुरुष की समानता में अविश्वास रखनेवाले व्यक्ति के रूप में चित्रित किया गया है।

In the end, when he gets information about Shankar’s character from Uma’s mouth, he vents his anger on Uma while supporting his son.  He is not ready to accept Shankar’s shortcoming, but complains of insult to Ramswaroop.  Thus, Gopalprasad is portrayed as bigoted, greedy and disbelieving in the equality of men and women.

2. उमा uma

उमारीढ़ की हड्डीएकांकी का प्रमुख नारी पात्र है। वह रामस्वरूप की लाड़ली पुत्री है। पूरी एकांकी उमा के चरित्र पर आधारित है। इस एकांकी का उद्देश्य हैस्त्रीशिक्षा, स्त्रियों में आत्मनिर्भरता, स्वाभिमान एवं आत्मविश्वास जगाना। उमा शिक्षित ही नहीं अपितु प्रगतिशील विचारवाली नारी है। किसी भी परिस्थिति में आत्म गौरव को छोड़ना नहीं चाहती।

Uma is the main female character of the one-act Reedh Ki Haddi.  She is the beloved daughter of Ramswaroop.  The entire one act is based on the character of Uma.  The purpose of this one-piece is – women’s education, self-reliance, self-respect and self-confidence in women.  Uma is not only educated but also a woman with progressive thoughts.  Do not want to give up self pride under any circumstances.

उमा बनावटीसुंदरता को पसंद नहीं करती। जब शंकर उसे देखने आता है तब पाउडर लगाना भी नहीं चाहती । वह सीधीसादी लड़की है। पढ़ीलिखी महिलाओं में ऐसा गुण विरले ही मिलता है। उमा पेंटिंग एवं संगीत में भी निपुण है। गोपालप्रसाद बारबार उमा के बारे में प्रश्न करते हैं जो उमा को पसंद नहीं है। उमा सितार बजाती है, गाना गाती है। गोपालप्रसाद के नारी संबंधी विचारों से वह सहमत नहीं है । उमास्त्री और पुरुष को समानमाननेवाली युवती है। वह साहसी एवं बुद्धिमान लड़की है। समय आने पर शंकर के कुचरित्र की बात खोलकर बताती है। गोपालप्रसाद से कहती है कि अपने पुत्र की रीढ़ की हड्डी की जाँच करें, वह हमेशा स्त्रियों के हास्टल के आसपास घूमताफिरता है । रामस्वरूप को यद्यपि उमा के चरित्र पर गर्व है फिर भी विवाह के रुक जाने पर दुखी हैं। उमा के चरित्र से एकांकीकार यह कहना चाहते हैं कि स्त्रियों को शिक्षा अवश्य दिलाना है और उनके आत्मविश्वास को बढ़ाना है। उनके साथ आदरपूर्वक व्यवहार करना चाहिए। इस एकांकी में उमा नारी समुदाय का प्रतिनिधित्व करती है।

Uma does not like artificial beauty.  When Shankar comes to see her, she doesn’t even want to apply powder.  She is a simple girl.  Such quality is rarely found in educated women.  Uma is also proficient in painting and music.  Gopalprasad repeatedly questions Uma which Uma does not like.  Uma plays sitar, sings songs.  She does not agree with Gopalprasad’s views on women.  Uma is a young woman who believes in “equal to men and women”.  She is a courageous and intelligent girl.  When the time comes, she openly tells about Shankar’s bad character.  She tells Gopalprasad to check the spinal cord of her son, he always roams around the women’s hostel.  Although Ramswaroop is proud of Uma’s character, he is saddened at the failure of the marriage.  With the character of Uma, the actors want to say that women must be given education and their self-confidence has to be increased.  They should be treated with respect.  In this one act, Uma represents the women community.

III. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक या दो वाक्यों में दीजिए (Answer the following questions in one or two sentences)

1. ‘रीढ़ की हड्डीकिस प्रकार का एकांकी है?

  • रीढ़ की हड्डी सामाजिक व्यंग तथा आदर्शवादी एकांकी है।

1. What type of singleton is ‘Reedh Ki Haddi’?

The backbone is social satire and idealistic loner.

2. ‘रीढ़ की हड्डीएकांकी काशंकरकैसा पात्र है ?

  • शंकर दुर्बल एवं चरित्रहीन पात्र है। स्त्रियों के संबंध में उसका विचार सही नहीं हैं । वह स्वलाभ प्रधान चरित्र है ।

2. What is the character of ‘Shankar’ in the one-act ‘Reedh Ki Haddi’?

Shankar is a weak and characterless character.  His views regarding women are not right.  He is a self-interest oriented character.

3. ‘रीढ़ की हड्डीएकांकी मेंउमापहले कुछ बोलने के लिए क्यों मना करती है ?

  • उमा का कहना है कि जिस तरह कोई चीज़ खरीदने जाते हैं तब वह चीज़ कुछ नहीं कहती। यहाँ उमा की स्थिति भी निर्जीव चीज़ जैसी है। इसलिए वह नहीं बोलती ।

3. Why does ‘Uma’ refuse to speak at first in the one-act episode Reedh Ki Haddi?

Uma says that the way someone goes to buy something, then that thing does not say anything.  Here Uma’s condition is also like a non-living thing.  That’s why she doesn’t speak.

4. ‘रीढ़ की हड्डीएकांकी का उद्देश्य क्या है ?

  • औरतों की दशा को सुधारना एवं उन्हें अपने अधिकारों के प्रति जागरूक करना, स्त्री शिक्षा की अनिवार्यता एवं बोलने के अधिकार पर बतानारीढ़ की हड्डीएकांकी का उद्देश्य है।

4. What is the purpose of the one-act Reedh Ki Haddi?

Improving the condition of women and making them aware of their rights, the necessity of women’s education and the right to speak is the aim of the ‘Reedh Ki Haddi’ one-act play .

IV. निम्नलिखित अवतरणों की सप्रसंग व्याख्या कीजिए । (Explain the following passages in context)

1. “ बस, शर्त यह है कि हर एक औरत पर यह छोड़ दिया जाय कि वह अपनी खूबसूरती केस्टेन्डर्डके माफ़िक अपने ऊपर टैक्स तय कर लें ।

“The only condition is that it is left to each woman to decide the tax on herself, regardless of her ‘standard’ of beauty.

यह वाक्यरीढ़ की हड्डीएकांकी से लिया गया है। एकांकीकार जगदीश चंद्र माथुर हैं।

This sentence is taken from the one-act play ‘Reedh Ki Haddi’.  The artist is Jagdish Chandra Mathur.

संदर्भ :- जगदीश चंद्र माथुर हिंदी के प्रसिद्ध लेखक एवं नाटककार थे। उनके सारे एकांकी जीवन के यथार्थ को चित्रित करते हैं। उनके नारी पात्र स्वतंत्र व्यक्तित्व रखते हैं, उन्होंने ही एआईआर (AIR) के लिए आकाशवाणी का नामकरण किया ।

Context :- Jagdish Chandra Mathur was a famous Hindi writer and playwright.  All of them depict the reality of lonely life.  His female characters have independent personality, he is the one who named AIR for AIR.

उमा को देखने के लिए गोपालप्रसाद एवं शंकर आये हुए हैं। उनकी खातिरदारी की जा रही है। गोपालप्रसाद स्त्रियों के प्रति अपना विचार व्यक्त करते हुए ऐसा कहते हैं।

Gopalprasad and Shankar have come to see Uma.  They are being taken care of.  Gopalprasad says this while expressing his views towards women.

व्याख्या :- गोपालप्रसाद का कहना है अगर सरकार को अपना टैक्स बढ़ाना है, आमदनी बढ़ानी है तो हर एक औरत पर छोड़ देना है। हर एक औरत से कहना है कि अपनी खूबसूरती केस्टेण्डर्डके मुताबिक अपने ऊपर टैक्स तय कर लें। उनका मानना है कि स्त्रियाँ बाहरी सौंदर्य पर अधिक ध्यान देती हैं। उसको बढ़ाने में अधिक समय बिता देती हैं। उसके मुताबिक अगर सरकार ने स्त्रियों के सौन्दर्य पर टैक्स लगा ली तो सरकार को ज्यादा आमदनी मिलेगी। यह स्त्रियों के प्रति गोपालप्रसाद की भावना सूचित करता है।

Explanation :- Gopalprasad says that if the government wants to increase its tax, increase its income, then it has to be left to every woman.  Every woman is told to decide tax on herself according to her ‘standard’ of beauty.  They believe that women pay more attention to external beauty.  Spends more time in raising it.  According to him, if the government imposes tax on the beauty of women, then the government will get more income.  This indicates Gopalprasad’s feelings towards women.

2. ” जनाब, मोर के पंख होते हैं, मोरनी के नहीं, शेर के बाल होते हैं, शेरनी के नहीं।

“Sir, peacock has feathers, peahen does not, lion has hair, lioness does not.”

यहवाक्यरीढ़ की हड्डीएकांकी से लिया गया है। एकांकीकार जगदीश चंद्र माथुर हैं।

This sentence is taken from the one-act play ‘Reedh Ki Haddi’.  The artist is Jagdish Chandra Mathur.

संदर्भ :- जगदीश चंद्र माथुर हिंदी के प्रसिद्ध लेखक एवं नाटककार थे । उनके सारे एकांकी जीवन के यथार्थ को चित्रित करते हैं । इनके नारी पात्र स्वतंत्र व्यक्तित्व रखते हैं, उन्होंने ही एआईआर (AIR) के लिए आकाशवाणी का नामकरण दिया।

Context :- Jagdish Chandra Mathur was a famous Hindi writer and playwright.  All of them depict the reality of lonely life.  His female characters have independent personality, he is the one who named AIR for AIR.

उमा को देखने के लिए गोपालप्रसाद एवं शंकर आये हुए हैं । उनकी खातिरदारी की जा रही है। चाय पिला रहे हैं । गोपालप्रसाद स्त्रियों के प्रति अपना विचार व्यक्त करते हुए ऐसा कहते हैं ।

Gopalprasad and Shankar have come to see Uma.  They are being taken care of.  Gopalprasad says this while expressing his views towards women.

व्याख्या :- गोपालप्रसाद मानते हैं कि मर्दों का काम ही पढ़ना एवं काबिल होना । स्त्रियों का काम गृहस्थी संभालना है। पढ़ाई एवं पालिटिक्स से दूर रहना ही उनके लिए अच्छा है । वे कहते हैं मोर के ही सुन्दर पंख है, मोरनी के नहीं। इसी प्रकार शेर की पीठ में ही बाल है, शेरनी की पीठ में नहीं । इसलिए पुरुष स्त्री से ऊँचा है ।

Explanation :- Gopalprasad believes that it is the job of men to study and be capable.  The job of women is to look after the household.  It is good for them to stay away from studies and politics.  They say that only the peacock has beautiful feathers, not the peahen.  Similarly, there is hair on the back of a lion, not on the back of a lioness.  That’s why man is higher than woman.

3. “जब कुर्सीमेज़ बिकती है तब दूकानदार कुर्सी मेज़ से कुछ नहीं पूछता, सिर्फ़ खरीददार को दिखला देता है।

“When the chair-table is sold, the shopkeeper does not ask anything from the chair-table, only shows it to the buyer.”

यह वाक्यरीढ़ की हड्डीएकांकी से लिया गया है। एकांकीकार जगदीश चंद्र माथुर हैं।

This sentence is taken from the one-act play ‘Reedh Ki Haddi’.  The artist is Jagdish Chandra Mathur.

संदर्भ :- जगदीश चंद्र माथुर हिंदी के प्रसिद्ध लेखक एवं नाटककार थे। उनके सारे एकांकी जीवन के यथार्थ को चित्रित करते हैं। इनके नारी पात्र स्वतंत्र व्यक्तित्व रखते हैं, उन्होंने ही एआईआर (AIR) के लिए आकाशवाणी का नामकरण दिया ।

Context :- Jagdish Chandra Mathur was a famous Hindi writer and playwright.  All of them depict the reality of lonely life.  His female characters have independent personality, he gave the name of AIR for AIR.

उमा की शादी के पहले उनको देखने के लिए गोपालप्रसाद एवं शंकर आते हैं। गोपालप्रसाद उमा के गुणों के बारे में एवं उनकी योग्यता के बारे में तरहताह के प्रश्न पूछते हैं। जब वे उमा के मुँह से कुछ बातें जानना चाहते हैं तब उमा इस प्रकार कहती है ।

Gopalprasad and Shankar come to see Uma before her marriage. Gopalprasad asks various questions about Uma’s qualities and her abilities. When they want to know some things from Uma’s mouth, then Uma says like this.

व्याख्या :- उमा का कहना है कि लड़कियों को अपने मन की बात कहने के लिए स्वतंत्रता नहीं दी जाती। जिस प्रकार कुर्सियाँमेज़ें बेची जाती हैं उसी प्रकार लड़कियाँ बेची जाती हैं। उनकी इच्छाअनिच्छा के संबंध में कोई नहीं सोचता है। विवाह के संदर्भ में लड़कियाँ निष्प्राण वस्तु मात्र हैं।

Explanation:- Uma says that girls are not given freedom to speak their mind.  Girls are sold just as chairs and tables are sold.  No one thinks about their will and reluctance.  In the context of marriage, girls are just inanimate objects.